चंद्रयान-3 मिशन को विश्व अंतरिक्ष पुरस्का से किया जाएगा सम्मानित, जानिए क्या था इसका उद्देश्य
नई दिल्ली। चन्द्रयान 3 ने न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया में एक अलग पहचान बनाई। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के चंद्रयान-3 मिशन को 2024 में विश्व अंतरिक्ष पुरस्कार (IAF World Space Award) से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार 14 अक्टूबर 2024 को इटली में आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष सम्मेलन में प्रदान किया जाएगा।
चंद्रयान-3 ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक लैंडिंग करके ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की थी, जो अब तक किसी अन्य मिशन ने नहीं किया था। इससे पहले भी इसरो के चंद्रयान-3 मिशन को एविएशन वीक लॉरेट्स अवार्ड और लीफ एरिक्सन लूनर प्राइज से नवाजा जा चुका है । चंद्रयान-3 मिशन ने चंद्रमा पर पानी की मौजूदगी की पुष्टि की, जिससे भविष्य में चंद्रमा पर अनुसंधान और संभवतः मानव जीवन के लिए नए रास्ते खुल सकते हैं।
चंद्रयान-3 मिशन के मुख्य उद्देश्य
चंद्रयान-3, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का तीसरा चंद्र मिशन है, जिसने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की। यह क्षेत्र अब तक अज्ञात और अनुसंधान के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
चंद्रमा की सतह की संरचना और भौतिक गुणों का अध्ययन।
चंद्रमा पर पानी की मौजूदगी की पुष्टि।
चंद्रमा की सतह पर सल्फर और अन्य खनिजों की पहचान।
चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर ने चंद्रमा की सतह पर विभिन्न वैज्ञानिक प्रयोग किए और महत्वपूर्ण डेटा एकत्र किया, जिससे भविष्य के चंद्र मिशनों के लिए नए मार्ग प्रशस्त हुए हैं।