छत्तीसगढ़ के श्रमिक नेता के घर पहुंची NIA की टीम, नक्सली कनेक्शन के संदेह में की पूछताछ, मोबाइल और लैपटॉप जब्त
दुर्ग. छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के जामुल थाना क्षेत्र में आज एनआईए की टीम पहुंची. जामुल लेबर कैंप वार्ड नंबर-12 में एनआईए की टीम छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के नेता कलादास डहरिया के घर पहुंची थी. सीआईएसएफ की मौजूदगी के साथ कलादास डहरिया के घर पर जांच की गई.
बताया जा रहा है कि यह पूरा मामला रेला एनजीओ से जुड़ा होना भी है. एनआईए की टीम ने कलादास डहरिया से नक्सली कनेक्शन को लेकर भी पूछताछ की. वे छत्तीसगढ़ में यह एनजीओ चलाते हैं. यह संस्था किसान, आदिवासी और मजदूरों के संगठन के लिए काम करता है.
घर के भीतर की गई जांच
रेला एनजीओ को देशभर से फंडिंग होती है. बताया जा रहा है कि लगभग पांच गाड़ियों में अलग अलग टीमें पहुंची थी. इस दौरान आसपास के लोगों को भी रोक दिया गया. एनआईए की टीम ने घर में प्रवेश करते ही कलादास व उसके परिवार वालों का मोबाइल बंद कर दिया गया. इसके बाद घर के भीतर जाकर एक-एक सामान की जांच की गई.
पेनड्राइव, मोबाइल और लैपटॉप जब्त
एनआईए को कलादास के घर से कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है. इस दौरान एनआईए ने एक पेनड्राइव, मोबाइल फोन और कलादास डहरिया की बेटी का लैपटॉप को जब्त कर लिया. इसके बाद एनआईए की टीम ने एक अगस्त को कलादास डहरिया को पूछताछ के लिए रांची बुलाया गया है.
कलादास ने कहा- सरकार के इशारे पर हो रही कार्रवाई
एनआईए की कार्रवाई पर कलादास डहरिया का कहना है कि यह पूरी कार्रवाई भाजपा सरकार के इशारे पर हो रही है. उनका कहना है कि वे 90 से छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा से जुड़े हुए हैं और लगातार मजदूरों के हितों के लिए काम करते हैं. एसीसी कंपनी अड़ानी के हाथों में जाने के बाद भी हमने मजदूरों के हक की बात की उसके आवास व सुविधाओं की बात की.