UPSC Exam में सरकार की नीतियों की उड़ रही धज्जियां, विकास दिव्यकीर्ति ने किए कई खुलासे, जानकर हो जाएंगे हैरान

UPSC सिविल सर्विसेस की तैयारी कराने वाले लोकप्रिय आईएएस मेंटर विकास दिव्यकीर्ति ने बड़े चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. स्वयं सिविल सर्वेंट रह चुके दिव्यकीर्ति ने एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में बताया कि कैसे आईएएस, आईपीएस बनने के लिए यूपीएससी कैंडिडेट्स सरकार की नीतियों की धज्जियां उड़ा रहे हैं.

विकास दिव्यकीर्ति ने कहा कि मैं खुद जनरल हूं, लेकिन जहां तक नीतियों की बात है, मैं आरक्षण के पक्ष में रहता हूं. लेकिन ये बात सही है कि रिजर्वेशन सिस्टम जो हमने रखा है, उसमें लूप होल्स बहुत ज्यादा हैं. उन्होंने कहा, ‘मेरे ख्याल से जितने लोगों को यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा में आरक्षण का फायदा मिल रहा है, मुझे नहीं लगता कि 10-20% से ज्यादा वाकई उसके लिए योग्य होते हैं.’



हाल में चल रहे आईएएस पूजा खेड़कर के मामले पर उन्होंने कुछ उदाहरण देते हुए समझाया कि कैसे ओबीसी और ईडब्ल्यूएस आरक्षण नीतियों की खामियों का गलत फायदा उठाकर लोग यूपीएससी क्रैक कर रहे हैं. दिव्यकीर्ति ने कहा, ‘ओबीसी और ईडब्ल्यूएस आरक्षण में कितने बारीक पेंच हैं, अगर आप सुनेंगे तो दंग रह जाएंगे. नियम ये है कि अगर आप ओबीसी से हैं, लेकिन क्रीमी लेयर में हैं, तो आपको जनरल माना जाएगा. लेकिन लोगों को इससे बचना होता है.

एक रूल ये है कि अगर आपके पिता या मां क्लास एक जॉब में हैं तो आप ओबीसी नहीं हो सकते, आप क्रीमी लेयर में चले जाते हैं. आपके दोनों पैरेंट्स ग्रुप बी में हैं तो भी नहीं हो सकते. लेकिन ग्रुप सी, ग्रुप डी में हैं, इनकम चाहे 8 लाख से ज्यादा हो तो भी आप ओबीसी में रहते हैं. अब एक खेल खेला गया कि कृषि से होने वाली आय की गिनती नहीं होगी. बहुत सारे सिविल सर्वेंट जो करप्शन का रास्ता चुनते हैं वो एग्रीकल्चर इनकम दिखाते हैं. बड़े पैमाने पर.

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