IAF यानी इंडियन एयर फोर्स ज्वाइन करना बहुत ही प्राउड की बात होती है। लेकिन Indian Air Force में सिलेक्शन का रास्ता इतना आसान नहीं है। लेकिन अगर आप में जज्बा है और देशभक्ति का मतलब आप जानते हैं तो आपके लिए यह इतना मुश्किल भी नहीं होगा इसलिए अगर आप भी उन्हीं कैंडीडेट्स में से एक हैं जो Indian Air Force ज्वाइन करना चाहते हैं और उसके जॉइनिंग प्रोसीजर को लेकर कंफ्यूज है तो यह पोस्ट आप ही के लिए है।
इस पोस्ट में हम आपको इंडियन एयर फोर्स जॉइन करने का प्रोसेस बताने वाले हैं।
Table of Contents
Indian Air Force Ki Jaankari –
- Indian Air Force इंडियन आर्म्ड फोर्स का एक इंपॉर्टेंट हिस्सा है जिसका हेड क्वार्टर न्यू दिल्ली में है
- Indian Air Force की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को हुई थी, इसलिए हर साल 8 अक्टूबर को एयर फोर्स मनाते हैं।
- Indian Air Force के एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदोरिया है।
Indian Air Force Officer Post –
इंडियन एयर फोर्स में तीन ब्रांच होती है जिसमें आप ऑफिसर के रूप में करियर बना सकते हैं-
- फ्लाइंग ब्रांच- फ्लाइंग ब्रांच में फाइटर्स, ट्रांसपोर्ट, हेलीकॉप्टर सब स्ट्रीम्स को ज्वाइन करने वाले कैंडिडेट, फाइटर पायलट, हेलीकॉप्टर पायलट, एयर ट्रांसपोर्ट पायलट के तौर पर ट्रेन किए जाते हैं।
- ग्राउंड ड्यूटी टेक्निकल ब्रांच – ग्राउंड ड्यूटी टेक्निकल ब्रांच में ग्राउंड ड्यूटी टेक्निशियन और ऑफिसर पूरी टीम को मैनेज करते हैं और एयरक्राफ्ट और अदर एयर फोर्स इक्विपमेंट को भी मैनेज करते हैं। इस ब्रांच की सब स्ट्रीम मैकेनिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स होती हैं।
- ग्राउंड ड्यूटी नॉन टेक्निकल ब्रांच – ग्राउंड ड्यूटी नॉन टेक्निकल ब्रांच में एडमिनिस्ट्रेशन, अकाउंट, लॉजिस्टिक्स, एजुकेशन, मेट्रोलॉजी जैसी सब स्ट्रीम शामिल होती है।
इंडियन एयर फोर्स को 12th के बाद ज्वाइन करने के दो तरीके होते हैं – एक होता है कमीशंड ऑफिसर जिसमें ऑफिसर लेवल की जॉब आपको मिलती है। दूसरा तरीका होता है नॉन कमीशंड मतलब जिसमें आपको नॉन ऑफिसर पोस्ट मिलती है।
कमीशंड ऑफिसर में 5 तरीके होते हैं जिनकी मदद से आप इंडियन एयरफोर्स में शामिल हो सकते हैं और नॉन कमीशंड में 2 तरीके होते हैं जिनकी मदद से आप इंडियन एयरफोर्स में शामिल हो सकते है ।
Indian Air Force Mein 2 Commission Hoti Hai – Permanent aur Short Service Commission
परमानेंट कमिशन के लिए मेल कैंडिडेट अप्लाई कर सकते हैं और शॉर्ट सर्विस कमीशन के लिए मेल और फीमेल दोनों ही अप्लाई कर सकते हैं। आपको बता दें कि परमानेंट कमिशन में रिटायर होने तक काम किया जा सकता है जबकि शॉर्ट सर्विस कमिशन में केवल लिमिटेड टाइम लिए ही काम किया जा सकता है।
इन कमीशन के थ्रू कौन से कैंडिडेट किस तरीके से अप्लाई कर सकते हैं आइए जानते हैं-
अगर परमानेंट कमिशन के थ्रू मेल कैंडिडेट फ्लाइंग ब्रांच में जाना चाहे तो वह 10+2 के बाद NDA ज्वाइन कर सकते हैं। और ग्रेजुएशन के बाद CDSE और NCC स्पेशल एंट्री के थ्रू फ्लाइंग ब्रांच ज्वाइन कर सकते हैं।
NDA
एनडीए यानी नेशनल डिफेंस एकेडमी एग्जाम होता है इसके लिए कैंडिडेट को एनडीए रिटन टेस्ट और SSP इंटरव्यू क्लियर करना होगा जिसके बाद उन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी। आपको बता दें कि एनडीए एग्जाम UPSC कंडक्ट करता है और यह साल में दो बार होता है।
CDSE
CDSE यानी Combined Defence Service Exam होता है जिसे UPSC साल में दो बार करवाता है।
NCC
NCC स्पेशल एंट्री मेल और फीमेल दोनों के लिए होती है। इसके लिए कैंडिडेट के पास National Cadet Corps का Air Wing Senior Division ‘C’ Certificate होना जरूरी होता है।
वही ग्राउंड ड्यूटी की दोनों ब्रांच इसके लिए मेल कैंडिडेट्स 10+2 के बाद NDA ज्वाइन कर सकते हैं और ग्रेजुएशन के बाद AFCAT या Met entry के थ्रू ज्वाइन कर सकते हैं।
AFCAT
AFCAT – Air Force Common Admission Test होता है और NDA, CDSE के अलावा सभी ब्रांच के लिए जो भी एंट्रीज होती है उनमें कैंडिडेट्स को AFCAT को ही क्वालीफाई करना होता है।
Meteorology Branch में दी जाने वाली एंट्री ही Met Entry होती है। इसके लिए कैंडिडेट ने किसी भी साइंस स्ट्रीम में जैसे मैथमेटिक्स, स्टैटिसटिक्स, जियोग्राफी, कंप्यूटर एप्लीकेशन, एनवायरमेंटल साइंस, अप्लाइड फिजिक्स, ओशनोग्राफी, एग्रीकल्चरल मेट्रोलॉजी, इकोलॉजी एंड एनवायरमेंट, जियोफिजिक्स, एनवायरमेंटल बायोलॉजी, में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रखा हो। और मिनिमम 50% मार्क्स स्कोर किए हो। और कैंडिडेट ने ग्रेजुएशन में मैथ और फिजिक्स की पढ़ाई की हो, और इन दोनों ही सब्जेक्ट में कम से कम 55% मार्क्स आए हो। तो यह तो बात हुई परमानेंट कमिशन की।
और जहां तक SSC की बात है तो शॉर्ट सर्विस कमीशन में मेल कैंडिडेट और फीमेल कैंडिडेट AFCAT, Met एंट्री, और NCC Special Entry के थ्रू जॉइनिंग ले सकते हैं।
फ्लाइंग ब्रांच में यह ड्यूरेशन 14 साल की होती है। ग्राउंड ड्यूटी के लिए 10 साल की होती है जिसमें 4 साल का एक्सटेंशन भी मिल सकता है। आपको बता दें कि Indian Air Force में 25 साल से कम उम्र के कैंडिडेट अनमैरिड होने चाहिए।
Indian Air Force Selection Process –
इंडियन एयर फोर्स जॉइन करने के लिए कैंडिडेट को सबसे पहले रिटन टेस्ट क्लियर करना होता है। चाहे आप NDA, CDSE, या AFCAT के थ्रू अप्लाई कर रहे हैं।
पहला स्टेप यानी रिटन टेस्ट क्लियर करने के बाद आप स्टेप सेकंड यानी AFSB यानी AIR FORCE SELECTION BOARD टेस्टिंग को क्लियर करेंगे। जिसमें दो स्टजेस होती है।
इस स्टेप को क्लियर करने वाले कैंडिडेट का मेडिकल एग्जामिनेशन होता है जो कि तीसरा स्टेप होता है। और उसके बाद चौथे स्टेप में ALL INDIA MERIT LIST बनती है जिसमें मेडिकली फिट ऐसे कैंडिडेट जिन्होंने रिटन टेस्ट और AFSP इंटरव्यू में बेस्ट परफॉर्म किया हो उन्हें सिलेक्ट करके ट्रेनिंग के लिए भेज दिया जाता है। इस तरह ट्रेन होकर आप Indian Air Force का हिस्सा बन सकते हैं। और अपने अचीवमेंट और एफर्ट्स पर प्राउड फील कर सकते हैं।
तो दोस्तों आप इस तरह ऑफिसर पोस्ट के लिए इंडियन एयरफोर्स में परमानेंट कमिशन और शॉर्ट सर्विस कमिशन के थ्रू इसकी तीनों ब्रांच में अलग-अलग एग्जाम क्लियर करके और सिलेक्शन प्रोसेस को पूरा करके Indian Air Force ऑफिसर बन सकते हैं।
Indian Air Force Mein Air Man Ke Taur Par Joining –
एयरमैन इंडियन एयर फोर्स का एक इंटीग्रल पार्ट होता है। जिस तरह आर्मी में सोल्जर होते हैं उसी तरह एयर फोर्स में एयर मैन हुआ करते हैं। उनके ट्रेड्स और ग्रुप्स के अकॉर्डिंग वो टेक्निकल एक्टिविटीज, पुलिसिंग सिक्योरिटीज, एजुकेशन अकाउंट मैनेजमेंट, हेल्थ केयर जैसी एक्टिविटीज को संभालते हैं।
एयर मैन कमीशंड ऑफिसर की गाइडेंस में काम करते हैं। एडमिन की पोस्ट ट्रेड्स या ग्रुप में बटीं हुई होती है।
ट्रेड्स के कई प्रकार होते हैं जैसे-
- Group X – Technical Trades
- Group X – Non-Technical Trades
- Group Y – Technical Trades
- Group Y – Non-Technical Trades
Indian Air Force में एयर मैन की पोजीशन अप्लाई करने के लिए आपकी उम्र 16 से 28 साल तक हो सकती है और आपका इंडियन सिटीजन होना और अनमैरिड होना बहुत ही जरूरी होता है। मेल और फीमेल दोनों ही इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं इसके लिए आपको इंडियन एयर फोर्स का ग्रुप X और ग्रुप Y का एग्जाम क्लियर करना होगा जोकि नेशनल लेवल एग्जाम है।
X Aur Y Trades Ke Liye Patrta –
Group X – Technical Trades– इस ग्रुप में ऑटोमोबाइल फिटर, मैकेनिकल सिस्टम फिटर, प्रोपल्शन फिटर शामिल होते हैं। इस ट्रेड के लिए अप्लाई करने के लिए आपकी 10 + 2 मैथ्स, फिजिक्स और इंग्लिश से क्लियर होनी चाहिए। और जिनमें एग्रीगेट 50% मार्क्स होने जरूरी हैं।
इसके अलावा इंजीनियरिंग में 3 साल का डिप्लोमा पूरा करने वाले कैंडिडेट भी इस ग्रुप के लिए एलिजिबल है।
Group X – Non-Technical Trades– इस ग्रुप में एजुकेशन इंस्ट्रक्टर आते हैं। इसके लिए कैंडिडेट को आर्ट्स, कॉमर्स या साइंस से ग्रेजुएट होना होता है। और b.ed डिग्री या 2 साल का टीचिंग एक्सपीरियंस जरूरी होता है। ग्रेजुएशन और b.ed में मिनिमम 50% नंबर होना जरूरी है।
Group Y – Technical Trades– इस ट्रेड में कम्युनिकेशन टेक्निशियन, ऑटोमोबाइल टेक्निशियन, आदि शामिल होते हैं। इस ग्रुप के लिए एलिजिबिलिटी किसी भी स्ट्रीम में 10+2 क्लास मिनिमम एग्रीगेट 50% मार्क्स से क्लियर करना होता है। साथ ही साथ इंग्लिश सब्जेक्ट में भी 50% मार्क्स होने जरूरी होते हैं।
Group Y – Non-Technical Trades– इस ग्रुप में एडमिन असिस्टेंट, अकाउंट असिस्टेंट, म्यूजिशियन आदि शामिल होते हैं। इस ग्रुप के लिए क्राइटेरिया 10th क्लास क्लियर करना होता है। और म्यूजिशियन के लिए कैंडिडेट को Trumpet, Bass, Violin, Saxophone, Jazz-drum, Keyboard, Guitar, Sarod जैसे इन सारे इंस्ट्रूमेंट में से कम से कम एक इंस्ट्रूमेंट तो प्ले करना आना ही चाहिए।
Indian Air Force Recruitment Process –
ग्रुप X और ग्रुप Y का रिक्रूटमेंट प्रोसेस मेरिट बेस होता है। और इस सिलेक्शन प्रोसेस क 3 स्टजेस होते हैं।
पहली स्टेज होती है रिटन टेस्ट। दूसरी स्टेज होती है फिजिकल फिटनेस टेस्ट और तीसरी स्टेज होती है मेडिकल टेस्ट। जिसके बाद सिलेक्ट हुए कैंडिडेट को मेरिट लिस्ट के बेसिस पर सिलेक्ट किया जाता है।
Indian Air Force Salary-
ट्रेनिंग के दौरान एयरमैन को 14600 का स्टाइपेंड मिलता है। और ट्रेनिंग कंप्लीट होने के बाद ग्रुप X एयर मैन को 33,100 पर मंथ की सैलरी मिलती है। और ग्रुप Y एयर मैन को ₹26900 की पर मंथ सैलरी मिलती है। इसके अलावा DA, TA, HRA, और Children Education Allowance जैसे कई सारे बेनिफिट भी दिए जाते हैं।
एक्सपीरियंस के साथ एयरमैन हायर रैंक पर भी प्रमोट किए जाते हैं।
अगर इंडियन एयर फोर्स ऑफिसर मिलने वाली सैलरी और सुविधा की बात करें तो एयर फोर्स ऑफिसर की ट्रेनिंग के लास्ट ईयर से ही उन्हें मंथली 56,000 सो रुपए का स्टाइपेंड मिलना भी शुरू हो जाता है। और ऑफिसर बनने के बाद फ्लाइंग ब्रांच ऑफिसर को 85,372 रुपे का मंथली सैलरी दी जाती है।
ग्राउंड ड्यूटी टेक्निकल ब्रांच ऑफिसर को लगभग ₹74,872 की मंथली सैलरी दी जाती है। और ग्राउंड ड्यूटी नॉन टेक्निकल ब्रांच ऑफिसर को लगभग ₹71,872 पर मंथ की सैलरी मिलती है।
इसके अलावा इंडियन एयर फोर्स ऑफिसर को लाइफ इंश्योरेंस कवर, Accommodation, मेडिकल फैसिलिटी, लोन, टेंशन जैसी बहुत सारी सुविधाएं दी जाती है।
इस तरह आप ऑफिसर के तौर पर और एयरमैन के तौर पर इंडियन एयर फोर्स को ज्वाइन करने के तरीके जान चुके हैं। तो उम्मीद है आपको समझ आ गया होगा कि आप इंडियन एयरफोर्स में कैसे जॉइनिंग ले सकते हैं। अगर आपका कोई डाउट है तो आप नीचे कमेंट में पूछ सकते हैं।
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