मनु भाकर ने खोल दिया जीत का राज, पेरिस में बताई ऐसी बात कि आपको भी नहीं होगा विश्वास
Manu Bhaker wins first medal for India at Paris Olympics: भारतीय शूटर मनु भाकर ने इतिहास रच दिया है. उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल जीता है. मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल वीमेंस के फाइनल में शानदार प्रदर्शन करते हुए ब्रॉन्ज अपने नाम किया. मनु भारत के लिए ओलंपिक में मेडल जीतने वाली पहली महिला शूटर हैं.
अभी तक कोई महिला खिलाड़ी भारत के लिए शूटिंग में ओलंपिक मेडल नहीं जीत पाई थी, ऐसे में मनु भाकर ने आज इतिहास रच दिया, 221.7 पॉइंट के साथ वह सिल्वर मेडल से बेहद करीबी अंतर से चूक गईं. गोल्ड और सिल्वर मेडल कोरियाई शूटर्स को मिला.
मेडल जीतने के बाद मनु भाकर ने अपने बयान में श्रीमद्भगवद्गीता को लेकर बयान दिया है. साथ ही उन्होंने कहा कि वो भगवान श्रीकृष्ण की भक्त हैं और आखिरी पलों में उनकी ही बातों को ध्यान में रखते हुए मेडल पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, वो रोज गीता जी पढ़ती हैं. साथ ही वो अपने कर्म करने पर काफी विश्वास भी करती हैं. वो भविष्य को लेकर ज्यादा नहीं सोचती हैं.
भाकर ने कहा, ”मैं सिर्फ अपना बेस्ट प्रदर्शन करने पर ध्यान देती हैं. मैं अपने भाग्य को तो कंट्रोल नहीं कर सकती हूं.’ मेडल जीतने के दौरान आखिरी पलों के बारे में बात करते हुए मनु भाकर ने कहा, ‘गीता में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन से सिर्फ अपने काम पर भी फोकस करने को कहा था. वही सब मेरे दिमाग में भी चल रहा था.”
मनु भाकर ने कहा, ‘टोक्यो ओलंपिक मेरे लिए निराशाजनक रहा था, लेकिन जो बीत गया वो बीत गया. यह मेडल हम सभी के लिए है. यह हमेशा टीम वर्क होता है. मैं भारत के लिए यह मेडल जीतने के लिए सिर्फ एक माध्यम हूं.’
भारतीय शूटिंग टीम में व्यक्तिगत स्पर्धाओं में एकमात एथलीट
गौरतलब है कि पेरिस ओलंपिक 2024 शूटिंग प्रतियोगिता में 22 साल की मनु भाकर महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल, 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम और महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में प्रतिस्पर्धा कर रही हैं. वह 21 सदस्यीय भारतीय शूटिंग टीम से कई व्यक्तिगत स्पर्धाओं में हिस्सा लेने वाली एकमात्र एथलीट हैं.