UP By-Election 2024: क्या उपचुनाव से पहले सपा-कांग्रेस की बिगड़ गई बात, यूपी में 4 सीट भी नहीं देने को तैयार Akhilesh
UP By-Election: लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश में बड़ी जीत हासिल करने के बाद से इंडिया गठबंधन का मनोबल बढ़ा हुआ है. यही कारण है कि यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाला है. उपचुनाव को लेकर रणनीति बनाने की तैयारी शुरू हो गई है. एक तरफ जहां कांग्रेस सामाजवादी पार्टी पर अधिक सीटें देने का दबाव बना रही है तो वहीं सपा राजी नहीं हो रही है. सूत्रों के अनुसार कांग्रेस 10 में 4 सीटें मांग रही है. कांग्रेस जिस सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है उसमें मझवां, फूलपुर, मीरापुर और कुंदरकी शामिल है. इंडिया गठबंधन में खास तौर पर अपनी सीटों पर सपा के लिए जीत की राह आसान नजर आ रही है.
इन सीटों पर सपा के लिए राह आसान
मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने वाला है. यहां अखिलेश यादव बहुत मजबूत हैं. अखिलेश यादव के सांसद बनने के बाद विधानसभा सदस्यता छोड़ने से करहल विधानसभा में उपचुनाव हो रहा है.
मुरादाबाद जिले की कुंदरकी विधानसभा सीट से जियाउर्रहमान बर्क विधायक थे. अब बर्क सांसद हैं, लेकिन यह मुस्लिम बहुल सीट सपा के कब्जे से छीनना कांग्रेस के लिए आसान नहीं है.
कानपुर की सिसामऊ विधानसभा सीट कई दशकों से सपा के पास है. मुस्लिम बाहुल्य सीट सपा का अभेद दुर्ग रहा है.
अंबेडकरनगर से सपा के राष्ट्रीय महासचिव लालजी वर्मा सांसद बने।यहां की कटेहरी विधानसभा से लालजी वर्मा 5 बार विधायक रहे. ऐसे में ये सीट सपा की मजबूत सीट मानी जाती है.
फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र में आने वाली मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर सभी की नजरें होंगी. मिल्कीपुर से अवधेश प्रसाद के बेटे को सपा टिकट देने पर विचार कर रही है. अवधेश प्रसाद मिल्कीपुर से विधायक थे. अवधेश प्रसाद अब फैजाबाद से सपा सांसद हैं.
एनडीए के लिए अपनी फूलपुर, खैर, गाजियाबाद और मझवां विधानसभा सीट पर लड़ाई तुलनात्मक तौर पर आसान होगी, लेकिन मुजफ्फरनगर की मीरापुर विधानसभा सीट पर कांटे का मुकाबला माना जा रहा है.