2. शनिश्चरी अमावस्या से एक दिन पहले थोड़ा सा गुड़ और काली उड़द की दाल एक कपड़े में बांध लें. ये पोटली रात को सोते समय अपने तकिये के पास रखें. शनिश्चरी अमावस्या पर इस पोटली में बंधी चीजों को शनि मंदिर में दान करें. इससे शनि की साढ़े साती या ढैय्या का नकारात्मक प्रभाव कम हो जाएगा.
3. साढ़े साती और ढैय्या से निजात पाने के लिए शनिश्चरी अमावस्या के दिन छाया दान करें. इसके लिए किसी बर्तन में सरसों का तेल लें और सिक्का डालें. फिर इसमें अपनी परछाई देखें और इसे किसी गरीब या जरूरतमंद को दान कर दें. इसके बाद पीपल के पेड़ के सामने सरसों के तेल का दीपक प्रज्वलित करें और शनि देव से अपनी मुश्किलें खत्म करने की प्रार्थना करें.