BBPS के जरिए पेमेंट फेल होने की संभावना 0.06 प्रतिशत से भी कम
भारत में बिलों के भुगतान के लिए लोग अब दूसरे ऑनलाइन विकल्पों की जगह भारत बिल पेमेंट सिस्टम को सबसे ज्यादा अपना रहे हैं. RBI की रिपोर्ट बताती है कि बीते वर्ष की तुलना में बीबीपीएस (BBPS) के जरिए जून में लेन-देन की मात्रा दोगुना से अधिक हो गई है. जबकि भुगतान राशि ढाई गुना से अधिक बढ़ गई है.
जानकार बताते हैं कि रसोई गैस, बिजली बिल, क्रेडिट कार्ड बिल समेत अन्य तरह के बिलों के भुगतान में अब सबसे ज्यादा बीबीपीएस का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसके पीछे वजह यह है कि बीबीपीएस के जरिए भुगतान की जाने वाली धनराशि की पुष्टि तत्काल हो जाती है, जिस कारण से लोग इससे जुड़ रहे हैं. जबकि ऑनलाइन भुगतान के दूसरे विकल्पों में पुष्टि होने में समय लगता है.
बीबीपीएस के जरिए पेमेंट फेल होने की संभावना 0.06 प्रतिशत से भी कम है. जबकि अन्य माध्यमों से भुगतान फेल होने की संभावना ज्यादा रहती है. इसलिए लोग सुरक्षित तौर पर भुगतान करने के लिए बीबीपीएस का उपयोग कर रहे हैं. यहां तक कि बिल तैयार करने वाली कंपनियां भी इसी का विकल्प मुहैया करा रही है.
बीबीपीएस के माध्यम से सब्सिडी, लाभांश, वेतन और पेंशन का भुगतान किया जाता है. बीते वर्ष को मुकाबले बढ़ोतरी देखने को मिली है. उधर, फास्टैग के जरिए नेशनल इलेक्ट्ऱॉनिक टोल संग्रहण में भी कमी देखने को मिली है.
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